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त्यागराज पञ्चरत्न कीर्तन समयानिकि तगु माटलाडेने

कूर्पु: श्री त्यागराजाचार्युलु
रागं: आरभि
तालं: आदि

साधिञ्चेने ओ मनसा

बोधिञ्चिन सन्मार्गवसनमुल बोङ्कु जेसि ता बट्टिनपट्टु
साधिञ्चेने ओ मनसा

समयानिकि तगु माटलाडेने

देवकी वसुदेवुल नेगिञ्चिनटु
समयानिकि तगु माटलाडेने

रङ्गेशुडु सद्गङ्गा जनकुडु सङ्गीत साम्प्रदायकुडु
समयानिकि तगु माटलाडेने

गोपी जन मनोरध मोसङ्ग लेकने गेलियु जेसे वाडु
समयानिकि तगु माटलाडेने

सारासारुडु सनक सनन्दन सन्मुनि सेव्युडु सकलाधारुडु
समयानिकि तगु माटलाडेने

वनितल सदा सोक्क जेयुचुनु म्रोक्क जेसे
परमात्मुडनियु गाक यशोद तनयुडञ्चु
मुदम्बुननु मुद्दु बेट्ट नव्वुचुण्डु हरि
समयानिकि तगु माटलाडेने

परम भक्त वत्सलुडु सुगुण पारावारुण्डाजन्म मन घूडि
कलि बाधलु दीर्चु वाडनुचुने हृदम्बुजमुन जूचु चुण्डग
समयानिकि तगु माटलाडेने

हरे रामचन्द्र रघुकुलेश मृदु सुभाश शेष शयन
पर नारि सोदराज विराज तुरगराज राजनुत निरामय पाघन
सरसीरुह दलाक्ष यनुचु वेडुकोन्न नन्नु ता ब्रोवकनु
समयानिकि तगु माटलाडेने

श्री वेङ्कटेश सुप्रकाश सर्वोन्नत सज्जन मानस निकेतन
कनकाम्बर धर लसन् मकुट कुण्डल विराजित हरे यनुचु ने
पोगडगा त्यागराज गेयुडु मानवेन्द्रुडैन रामचन्द्रुडु
समयानिकि तगु माटलाडेने

सद्भक्तुल नडत लिट्लनेने अमरिकगा ना पूज कोनेने
अलुग वद्दनने विमुखुलतो जेर बोकुमनेने
वेत गलिगिन तालुकोम्मनने दमशमादि सुख दायकुडगु
श्री त्यागराज नुतुडु चेन्त राकने
साधिञ्चेने ओ मनसा.. साधिञ्चेने